Poetry Tadka
कुछ यूँ हो रहा है रिश्तो का व्यापार
जितना जिससे मतलब उतना उससे प्यार
Kuchh Yun Ho Rha Hai Rishto Ka Vyapaar.
Jitna Jisse Matlab Utna Usse Pyaar.
Kadwa Sach Shayari
न जाने क्यों मगर इस दुनियां के झूठे लोग
वफ़ाएं कर नहीं सकते वादे हज़ार करते हैं
Na Jane Kyon Magar Is Duniyan Ke Jhoote Log
Wafayen Kar Nahin Sakte Wade Hazar Karte Hain.
Jhuthe Log Shayari
लहजा ऐसा था की मुत्मइन करदे,
कितने सच्चे थे झूठ उसके.
Lehja aisa tha ki mutmain karde,
kitne sachchey the jhooth uske.
Lehja Aisa Tha Ki Mutmain Karde
मैंने हर बार तुझ से मिलते वक़्त
तुझ से मिलने की आरज़ू की है
तेरे जाने के बाद भी मैं ने तेरी
खुशबू से गुफ़्तुगू की हैमैं भी बहुत अजीब हूँ इतना अजीब हूँ कि बस
ख़ुद को तबाह कर लिया और मलाल भी नहींअब मैं सारे जहाँ में हूँ बदनाम,
अब भी तुम मुझको जानती हो क्या..!!बेदिली क्या यूंहीं दिन गुज़र जाएंगे
सिर्फ़ जिंदा रहे हम तो मर जाएंगेरोया हूँ तो अपने दोस्तों में
पर तुझ से तो हँस के ही मिला हूँतू न होगा तो बहुत
याद करूँगा तुझ को
Maine Har Baar Tujhse
जो गुज़ारी न जा सकी हम से
हम ने वो जिंदगी गुज़ारी हैशर्म दहशत झिझक परेशानी
नाज़ से काम क्यूँ नहीं लेतीं
आप वो जी मगर ये सब क्या है
तुम मिरा नाम क्यूँ नहीं लेतींसब दलीलें तो मुझको याद रहीं
बहस क्या थी उसी को भूल गया