Tareef Shayari
Ladki Ki Tareef Ke Liye Words In English
यूँ न निकला करो आज कल रात को चाँद छुप जायेगा देख कर आप को
देखकर सूरत तेरी हजारों ने दिल हारा है कौन कहता है की तस्वीरें जुआ नहीं खेलती
तू जरा सी कम खूबसूरत होती तो भी बहुत खूबसूरत होती
मेरे लफ़्ज़ों में है तारीफ ऐक चेहरे की मेरे महबूब की मुस्कुराहट से चलती है शायरी मेरी

Khubsurti Shayari In Hindi
उसने महबूब की तारीफ कुछ इस कदर की रात भर आसमान में चाँद भी दिखाई न दी
कितना खूबसूरत चेहरा है तुम्हारा ये दिल तो बस दीवाना है तुम्हारा। लोग कहते है चाँद का टुकड़ा तुम्हें पर मैं कहता हूँ चाँद भी टुकड़ा है तुम्हारा।

Khubsurti Par Shayari
तुम ज़रा सा कम खूबसूरत होते तो भी बहुत खूबसूरत होते
सोचता हूँ हर कागज पे तेरी खूबसूरती की तारीफ करु फिर ख्याल आया कहीं पढ़ने वाला भी तेरा दीवाना ना हो जाए।

Khubsurti Ki Tareef Shayari 2 Line
क्या लिखूं तेरी तारीफ-ए-सूरत में यार अलफ़ाज़ कम पड़ रहे हैं तेरी मासूमियत देखकर
असली खूबसूरती किसी के तारीफ की मोहताज नहीं होती उसके लिए तो बस आँखों की वाह वाही ही काफी है।

Tareef Shayari In Two Lines
तुम्हारी क्या तारीफ करू क्यूंकि तुम्ही तारीफ हो
सादगी भी कमाल है उनकी बिना सँवरें चमकना जानती है।

Sundarta Par Shayari
देख कर तुमको यकीं होता है कोई इतना भी हसीं होता है।
खूबसूरती की इंतहा बेपनाह देखी जब मैंने मुस्कराती हुई माँ देखी

Tareef Karne Wale

Kya Likhu

Pani Bhi Dekhe Pyasa Ho Jaae
एक लाइन में क्या तेरी तारीफ़ लिखू
पानी भी जो देखे तुझे तो प्यासा हो जाये

Tareef Shayari For Girl
ये इश्क़ बनाने वाले की मैं तारीफ करता हूं
मौत भी हो जाती है और क़ातिल भी पकड़ा नही जाता

Sabhi Tareef Karte Hai
सभी तारीफ करते हैं मेरी शायरी की लेकिन
कभी कोई सुनता नहीं मेरे अल्फाज़ो की सिसकियाँ

Tareef Apne Aap Ki
तारीफ़ अपने आप की करना फ़िज़ूल है
ख़ुशबू तो ख़ुद ही बता देती है कौन सा फ़ूल है

Log Bhale Hi
लोग भले ही मेरी शायरी की तारीफ न करे
खुशी दुगनी होती है जब उसे कॉपी पेस्ट में देखता हूं

Teri Tareef Shayari
तेरी तारीफ मेरी शायरी में जब हो जाएगी
चाँद की भी कदर कम हो जाएगी

Uski Tareef Hi
उसने तारीफ़ ही कुछ इस अंदाज से की मेरी
अपनी ही तस्वीर को सौ दफ़े देखा मैंने

Husn Ki Tareef
मुझको मालूम नहीं हुस़्न की तारीफ
मेरी नज़रों में हसीन ‘वो’ है जो तुम जैसा हो

Koi Bura Na Kahe
ख्वाहिश ये बेशक नही कि "तारीफ" हर कोई करे
मगर "कोशिश" ये जरूर है कि कोई बुरा ना कहे

Wo Kahti Hai
वो कहती हैँ हम उनकी झूठी तारीफ करते हैँ
ए खुदा बस एक दिन आईने को जुबान दे दे

Tareef Ki Jaroorat Nahi
तारीफ़ के मोहताज नही होते हैं सच्चे लोग ऐ दोस्त
असली फूलो पर कभी इत्र छिड़का नहीं जाता

Kitab Likh Deta
तेरे हुस्न पर तारीफ भरी किताब लिख देता
काश के तेरी वफ़ा तेरे हुस्न के बराबर होती

Tere Husn Ki Tareef
तेरे हुस्न की तारीफ मेरी शायरी के बस की नहीं
तुझ जैसी कोई और कायनात में बनी नहीं

Teri Tareef Karu
सोचता हु हर शायरी पे तेरी तारीफ करु
फिर खयाल आया कहीँ पढ़ने वाला भी तेरा दीवाना ना हो जाए।
