चाँद छुप जायेगा देख कर आप को..!!
देखकर सूरत तेरी,
हजारों ने दिल हारा है,
कौन कहता है की,
तस्वीरें जुआ नहीं खेलती..!!
तू जरा सी कम खूबसूरत होती
तो भी बहुत खूबसूरत होती
मेरे लफ़्ज़ों में है तारीफ ऐक चेहरे की
मेरे महबूब की मुस्कुराहट से चलती है शायरी मेरी.
उसने महबूब की तारीफ कुछ इस कदर की,
रात भर आसमान में चाँद भी दिखाई न दी.
Usne Mahboob Ki Tareef Kuch Is Kadar Ki
Raat Bhar Aasaan Me Chnd Bhi Dikhai Na Dia.
कितना खूबसूरत चेहरा है तुम्हारा,
ये दिल तो बस दीवाना है तुम्हारा।
लोग कहते है चाँद का टुकड़ा तुम्हें,
पर मैं कहता हूँ चाँद भी टुकड़ा है तुम्हारा।
Kitna Khoobsurat Chehra Hai Tumhara
Ye Dil Bus Deewana Hai Tumhara.
Log Kahte Hain Chnd Ka Tukda Tumhe
Par Mai Kahta Hun Chand Bhi Tukda Hai Tumhara.
तुम ज़रा सा कम खूबसूरत होते
तो भी बहुत खूबसूरत होते !
Tum Zara Sa Kam Khubsoorat Hote
To Bhi Bahot Khoobsurat Hote.
सोचता हूँ हर कागज पे तेरी
खूबसूरती की तारीफ करु,
फिर ख्याल आया कहीं पढ़ने वाला भी
तेरा दीवाना ना हो जाए।
Sochata Hun Har Kagaj Pe Teri
Khubsurti Ki Tareef Karu,
Fir Khyaal Aaya Kahin Padhne Wala Bhi
Tera Deewana Na Ho Jaye.
क्या लिखूं तेरी तारीफ-ए-सूरत में यार,
अलफ़ाज़ कम पड़ रहे हैं तेरी मासूमियत देखकर
Kia Likhun Teri Tareef E Surat Me Yaar
Alfaz Kam Pad Rahe Hain Teri Masoomiyat Dekhkar.
असली खूबसूरती किसी के तारीफ की मोहताज नहीं होती
उसके लिए तो बस आँखों की वाह वाही ही काफी है।
Asli Khubsurti Kisi Ke Tarif Ki Mohataaj Nahin Hoti
Usake Liye To Bas Aankhon Ki Vaah Vaahi Hi Kafi Hai
तुम्हारी क्या तारीफ करू
क्यूंकि तुम्ही तारीफ हो..
Tumhari Kia Tareef Karun
Kyonki Tumhe Tareef Ho.
सादगी भी कमाल है उनकी,
बिना सँवरें चमकना जानती है।
Sadgi Bhi Kamal Hai Unki
Bina Sanwachamakna Janti Hai.re