मिला दो उन फूलों को जो दूर हो गए !
भुला दो उन भूलों जो मजबूर हो गए !
प्यार के दरिया में जिंदगी की नाव हो !
रहने दो उन बातों को जो मगरूर हो गए !!
जो झुकते है ज़िन्दगी में वह बुजदिल नहीं होते !
यह हुनर होता है उनका हर रिश्ता निभाने का !!
मोहबत को जो निभाते हैं उनको मेरा सलाम है !
जो बीच रास्ते में छोड़ जाते हैं उनको हमारा ये पेगाम हैं !
वादा-ए-वफ़ा करो तो फिर खुद को फ़ना करो !
वरना खुदा के लिए किसी की ज़िंदगी ना तबाह करो !!