Shero Shayari
Mujhe Mazboor Karti Hai
मुझे मजबूर करती हैं यादें तेरी वरना !
शायरी करना अब मुझे अच्छा नहीं लगता !!
शायरी करना अब मुझे अच्छा नहीं लगता !!
Kisi Shayar Ka
चेहरा है जैसे झील में हँसता हुआ कवंल !
या ज़िन्दगी के साज़ पे छेड़ी हुई ग़ज़ल !
जाने बहार तुम किसी शायर का ख्वाब हो !!
या ज़िन्दगी के साज़ पे छेड़ी हुई ग़ज़ल !
जाने बहार तुम किसी शायर का ख्वाब हो !!
Kya Jarurat Hai Swarne Ki
Mohabbat Se Inayat Se Wafa Se
मोहब्बत से, इनायत से, वफ़ा से चोट लगती है !
बिखरता फूल हूँ, मुझको हवा से चोट लगती है !
मेरी आँखों में आँसू की तरह इक रात आ जाओ !
तकल्लुफ़ से, बनावट से, अदा से चोट लगती है !!
बिखरता फूल हूँ, मुझको हवा से चोट लगती है !
मेरी आँखों में आँसू की तरह इक रात आ जाओ !
तकल्लुफ़ से, बनावट से, अदा से चोट लगती है !!
Dil Hona Chahiae Zigar Hona
दिल होना चाहिए जिगर होना चाहिए !
आशिकी के लिए हुनर होना चाहिए !
नजर से नजर मिलने पर इश्क नहीं होता !
नजर के उस पार भी एक असर होना चाहिए !!
आशिकी के लिए हुनर होना चाहिए !
नजर से नजर मिलने पर इश्क नहीं होता !
नजर के उस पार भी एक असर होना चाहिए !!