Poetry Tadka

Shero Shayari

Ho Naa Jaae Hushn Ki Shan Me Gushtakhi Khi

हो ना जाए हुश्न की शान में गुस्ताखी कही !
तुम चले जाओ तुम्हे देख कर प्यार आता है !!

Ek Hum The Jo Unki Mohabbat Me Qurban Ho Gae

Ek Aansoo Kah Gya Sab Hale Dil Ka

एक आँसू कह गया सब हाले दिल का !
मै समझती थी ये ज़ालिम बे जुबान है !!

Teri Hushn Ki Tarif Me Ek Kitab Likh Diya

तेरी हुश्न की तारीफ में एक किताब लिख दिया !
कास तेरी वफा भी तेरी हुश्न के बराबर होता !!

Too Nakam Mohabbat Hai

वो नाकाम मोहब्बत है तू कर एक और मोहब्बत !
सुना हूँ इश्क दर्द भी है दवा भी !!

too nakam mohabbat hai