Kisi shayar ka चेहरा है जैसे झील में हँसता हुआ कवंल ! या ज़िन्दगी के साज़ पे छेड़ी हुई ग़ज़ल !जाने बहार तुम किसी शायर का ख्वाब हो !! from : Shero Shayari