Poetry Tadka

Shero Shayari

Raat Apne Smay Par Hi Hoti Hai

रात तो अपने समय पर ही होती है !
इक तेरा ख्याल है जो कभी भी आ जाता है !!

Wo Ishq Ke Kisse Purane Ho Gae

वो इश्क के क़िस्से, पुराने हो गए !
उनसे बिछड़े हमें, ज़माने हो गए !
शमा तो जली इंत्ज़ार में रात भर !
परवाने के झूठे सब, बहाने हो गए !!

wo ishq ke kisse purane ho gae

Bachpan Bhi Kmal Ka Tha

बचपन भी कमाल का था खेलते खेलते चाहें छत पर
सोयें या ज़मीन पर, आँख बिस्तर पर ही खुलती थी !!

Aashqi Ka Mza Hum Se

आग़ाजे़-आशिक़ी का मज़ा आप जानिये !
अंजामे-आशिक़ी का मज़ा हमसे पूछिये !!

Mai Tera Kuch Bhi Nahi

मै तेरा कुछ भी नहीं हूँ, मगर इतना तो बता !
देखकर मुझको तेरे जेहन में आता क्या है !!