Poetry Tadka

Shero Shayari

Mere Tutne Ki Wzah

मेरे टूटने की वजह मेरे जौहरी से पूछो !
उस की ख्वाहिश थी कि मुझे थोडा और तराशा जाये !!

Tum Ek Mahge Khiloune Ho

तुम एक महंगे खिलोने हो और मै एक गरीब का बच्चा !
मेरी हसरत ही रहेगी तुझे अपना बनाने की !!

tum ek mahge khiloune ho

Tu Koshish To Kar

तु कोशिश तो कर किसी गरीब की मदत करने की !
ये तेरे होठ खुद व खुद ही मुस्करा देंगे !!

Bujh Gai Shma Parwane Ki

ढल रही हैं ज़िन्दगी बुझ गई शमा परवाने की !
अब वजह जीने की नहीं मिलती यहाँ !
ज़नाब आपको अब भी पड़ी हैं मुस्कराने की !!

Isme Daar Nahi Hota

तन्हाइयों का एक अलग ही सुरुर होता है !
इसमें डर नहीं होता.किसी से बिछड जाने का !!