Poetry Tadka

Sad Poetry in Urdu

Sadma To Hai Mujhe

सदमा तो है मुझे भी कि तुझसे जुदा हूँ मैं !

लेकिन ये सोचता हूँ कि अब तेरा क्या हूँ मैं !

ना जाने किस अदा से लिया तूने मेरा नाम !

दुनियां समझ रही है के सब कुछ तेरा हूँ मैं !!

Mujhe Tadap Tadap Ke

रोकते क्यो हो जाम मे भर कर खून ऐ जिगर का पिने दो

तेरे दिऐ हूऐ जख्मो को अपने हाथो से सिने दो

तूम रहो खूश गैरो की रगीन महफिल मे जालिम

मूझे यू ही तेरी याद मे तड़प तड़प  के मरने दो !!

Teri Yaad Me

तेरी याद मे आसू बहा कर अपने दामन को भिगौता रहा

सर रखने के लिऐ तेरे कन्धे को ढूढता रहा

तूम्से ज्यादा वफादार तो मेरा तकिया निकला जालिम

सारी रात अपनी गोद मै मेरा सर रखकर मेरे आसूऔ को पोछता रहा !!

Sad Poetry In Hindi

अकेले रहे ज़िन्दगी भर अकेले, !

न दिल साथ आया ना ग़म साथ आये !

यही रास्ते जिनकी मंज़िल नहीं थी !

यही साथ थे बस यही साथ आए !!

Zard Hi Zard Hai

या खुदा अबके ये किस रंग में आई है बहार,

ज़र्द ही ज़र्द है पेड़ों पे हरा कुछ भी नहीं,

दिल भी एक जिद पे अड़ा है किसी बच्चे की तरह,

या तो सब कुछ ही इसे चाहिए या कुछ भी नहीं,