तेरी याद मे आसू बहा कर अपने दामन को भिगौता रहा
सर रखने के लिऐ तेरे कन्धे को ढूढता रहा
तूम्से ज्यादा वफादार तो मेरा तकिया निकला जालिम
सारी रात अपनी गोद मै मेरा सर रखकर मेरे आसूऔ को पोछता रहा !!
from : Sad Poetry in Urdu