अकेले रहे ज़िन्दगी भर अकेले, !
न दिल साथ आया ना ग़म साथ आये !
यही रास्ते जिनकी मंज़िल नहीं थी !
यही साथ थे बस यही साथ आए !!
from : Sad Poetry in Urdu