सदमा तो है मुझे भी कि तुझसे जुदा हूँ मैं !
लेकिन ये सोचता हूँ कि अब तेरा क्या हूँ मैं !
ना जाने किस अदा से लिया तूने मेरा नाम !
दुनियां समझ रही है के सब कुछ तेरा हूँ मैं !!
from : Sad Poetry in Urdu