Sad Poetry and Poems in Urdu
jane kya mujhse zmana chahta hai
जाने क्या मुझसे ज़माना चाहता है!
मेरा दिल तोड़कर मुझे ही हसाना चाहता है!
जाने क्या बात झलकती है मेरे इस चेहरे से!
हर शख्स मुझे आज़माना चाहता है!
ameer hum bhi bhut the
अमीर तो हम भी बहुत थे,
पर दॊलत सिर्फ दिल की थी
खर्च भी बहुत किया ए दोस्त,
पर दुनिया मे गिनती सिर्फ नोटों की हुई !!

unki aankho me aansoo
सुना आज उनकी आँखों में आ गये आँसू
बच्चों को सिखा रहे थे "मोहोब्बत" एसे लिखते हैं !!
