Sad Poetry and Poems in Urdu
ye bhi accha hai
ये भी अछा है की हम किसीको अच्छे नहीं लगते,
चलो कोई रोयेगा तो नहीं हमारे मर जाने के बाद !!

mil jaaega koy hame bhi
मिल जायेंगा हमें भी कोई टूट के चाहने वाला,
अब शहर का शहर तो बेवफा नहीं हो सकता !!

tujhe mnaane ke liae
तुम हसतीं हो मुझे हसाने के लिये,
तुम रोती हो मुझे रुलाने के लिये,
तुम एक बार रूठ कर तो देखो,
मै मर जाउंगा तुम्हे मनाने के लिये !!
