Poetry Tadka

Hindi Shayari हिंदी शायरी लिखा हुआ

Kise Sunaae Apne Gam

किसे सुनाएँ अपने गम के चन्द पन्नों के किस्से !
यहाँ तो हर शख्स भरी किताब लिए बैठा है !!

kise sunaae apne gam

Mai Aksar Unhi Ke Sath Rahta Hoo

इतनी पीता हू की मदहोश रहता हू !
सब कुछ समझता हू पर खामोश रहता हू !
जो लोग करते ह मुझे गिराने की कोशिश !
मे अक्सर उन्ही के साथ रहता हू !!

Jyada Shor Karta Hai

दिखावे का प्यार ही ज्यादा शोर करता है !
वरना सच्ची मोहबत तो इशारों में ही सिमट जाती है !!

Ab Bas Esi Me Bache Hai

फोन में कुछ नम्बर सेव कर रखे है !
वो कुछ रिश्तें है मेरे जो अब बस इसी में बचे है !!

Sab Garib Kahte Hai

एक मुनाफा तो हुआ इस बेबसी का !
कोई मजहब मे नही बाँटता सब "गरीब" कहते हैं !!

sab garib kahte hai