Poetry Tadka

Sad Shayari in Hindi

Daliya Badalne Ka

कैसे रखता मैं उस परिंदे कोअपने दिल के पिंजरेमें !
ऐ दोस्तो उस बेवफा का शौक ही था डालियां बदलने का !!

Mai Tere Baad Kisi Ka Rha Hi Nahi

लोग मुझ मे मोहब्बत तलाश करते रहे !
मै तेरे बाद किसी का रहा ही नहीं !!

BHAROSE KI SJA

डूबा है मेरा बदन मेरे ही लहू में !
ये कांच के टुकड़ो पे भरोसे की सज़ा है !!

Udas Kar Deti Hai Har Roz

उदास कर देती है हर रोज...ये शाम मुझे !
लगता है जैसे कोई भूल रहा हो मुझे आहिस्ता आहिस्ता !!

Kamzor Pad Gya Hai

कमज़ोर पड़ गया है मुझसे तुम्हारा ताल्लुक !
या कहीं और सिलसिले मजबूत हो गए हैं !!