Poetry Tadka

Sad Shayari

Mera Gam Bhi Loot Le

हर रात जान-बुझकर रखता हूँ दरवाजा खुला !
शायद कोई लूटेरा मेरा गम भी लूट ले !!

Hmari Adhuri Khani

बहुत तकलीफ होती है सच में
जब हम हद से ज्यादा किसी से प्यार करे !
और वो उसी प्यार की कोईकदर ना करे !!

Aakhir

करके वादा मुकर गया आखीर !
तु भी दिल से उतर गया आखीर !!

Tmam Umar Uske Khayal Me

तमाम उम्र उसके ख्याल मेँ गुजार दी यारो !
मेरा ख्याल जिसे उम्र भर नहीं आया !!

Apne Hamdard Ko

बदलते इंसानों की बात हमसे न पूछो !
हमने अपने हमदर्द को हमारा दर्द बनते देखा है !!