Poetry Tadka

Best Shayari

Thodi Si Jo Pili Hai

हंगामा है क्यूँ बरपा, थोड़ी सी जो पी ली है !
डाका तो नहीं डाला, चोरी तो नहीं की है.!!

Yarab Mujhe Mahfooz Rakh

यारब, मुझे महफ़ूज़ रख उस बुत के सितम से !
मैं उस की इनायत का तलबगार नहीं हूँ.!!

Dil Ko Sabhalne Nhi Dete

ख़ातिर से तेरी याद को टलने नहीं देते !
सच है कि हमीं दिल को संभलने नहीं देते !!

Dil Wo Hai

दिल वो है कि फ़रियाद से लबरेज़ है हर वक़्त !
हम वो हैं कि कुछ मुँह से निकलने नहीं देते !!

Khuda Ka Shukr Hai

बाद मरने के मिली जन्नत ख़ुदा का शुक्र है !
मुझको दफ़नाया रफ़ीक़ों * ने गली में यार की !!