Poetry Tadka

Best Shayari

Wzah Btaya Kar

रुठने का हक हैं तुझे, वजह बताया कर !
खफा होना गलत नहीं, तू खता बताया कर !
सीधासाधा जुर्म नहीं, गुनाह-ए-इश्क हुआ है !
आजमा मुझे यूँ भी कभी, तू सजा बताया कर !!

Kuch Nahi Hai Pas Mere

मत समझ कि कुछ नही है पास मेरे तुझे देने को !
शायर हूँ नाम तेरे कुछ तो लिख ही जाऊगाँ !!

Udas Dil Hai

उदास दिल है मगर मिलता हूँ हर एक से हंस कर !
यही एक फन सीखा है बहुत कुछ खो देने के बाद !!

Tu Hi Bta Ae Dost Kya Kroo

मौत मांगते हैं तो ज़िन्दगी खफा हो जाती है !
ज़हर लेते हैं तो वो भी दवा हो जाती है !
तू ही बता ऐ दोस्त क्या करूँ !
जिसको ही चाहते हैं वो बेवफा हो जाती है !!

Us Sakhs Ko Bichadne Ka

उस शख़्स को बिछड़ने का सलीका भी नहीं !
जाते हुए खुद को मेरे पास छोड़ गया !!