Poetry Tadka

Best Shayari

Khud Se Hi Mai Rooth Jata Hoon

अक्सर बैठे -बैठे खुद से ही मैं रूठ जाता हूँ !
एक तेरे ना होने के ख्याल से मैं टूट जाता हूँ !!

Dil Todna Aajtak Nhi Aaya Mujhe

दिल तोड़ना आज तक नहीँ आया मुझे !
प्यार करना जो अपनी माँ से सीखा है !!

Ziddi Prinda

इंसान ख्वाइशों से बंधा हुआ एक जिद्दी परिंदा है !
उम्मीदों से ही घायल है.उम्मीदों पर ही जिंदा है !!

Chalo Mana Ki Hme Pyar Ka Izhar Karna

चलो माना की हमे प्यार का इजहार करना नहीं आता !
जज्बात न समझ सको इतने नादान तो तुम भी नही !!

Ulfat Ka Aksar Yhi Dastoor Hota Hai

उल्फत का अक्सर यही दस्तूर होता है !
जिसे चाहो वही अपने से दूर होता है !
दिल टूटकर बिखरता है इस कदर !
जैसे कोई कांच का खिलौना चूर-चूर होता है !!