Poetry Tadka

Hindi Shayari हिंदी शायरी लिखा हुआ

Gustakhi

जनाब मत पूछिए हद हमारी गुस्ताखियों की !
हम आईना ज़मीं पर रखकर आसमां कुचल दिया करते है !!

Mai Ye Nahi Khata

मै यह नहीं कहता कि मेरी खबर पूछो तुम !
खुद किस हाल में हो बस इतना बता दिया करो !!

Baat Kahne Ka

बात कहने का अगर सही ढंग नहीं होगा !
महफिल में उस बात का रंग नहीं होगा !
देखकर मुंह फेरने लगेगें हमारे अपने !
हमारी बात पर किसी का संग नहीं होगा !!

Usne Bhi Zaroor Khoya Hoga

मुझको रुलाकर दिल उसका भी रोया होगा !
चेहरे को आँसूओ से धोया होगा !
कुछ ना किया हमने पयार मे हासिल !
तो कुछ ना कुछ उसने भी जरुर खोया होगा !!

Mahfil Me Bato Ka Ek Dour Chala Do

महफिल में बातों का इक दौर चला दो !
मेरे और अपने प्यार का शोर चला दो !
जो सोचते हैं हम और तुम एक नहीं हैं !
अपनी चाहत को तुम उन्हें और बता दो !!