Poetry Tadka

Hindi Quotes

Lhoo Bech Kar Jisne Pala

लहू बेच-बेच कर जिसने परिवार को पाला I
वो भूखी सो गयी जब बच्चे कमाने वाले हो गये II

Aksar Yuhi Swal Aata Hai

अक्सर यूँही एक सवाल आता है उमड़ कर ज़हन मे मेरे !
आज बे-वजह क्यो भूल गये कल तक बे-वजह चाहने वाले !!

Mile To Hjaro Log

मिले तो हजारो लोग थे, ज़िन्दगी में; पर !
वो सब से अलग थी जो किस्मत में नहीं थी !!

Ye Soch Liya Hai

ये सोच लिया है की . किसी को आवाज़ नहीं देनी !
की अब मैं भी तो देखूं..कोई कितना तलबगार है मेरा !!

Kuch Door Hmare Sath Chalo

कुछ दूर हमारे साथ चलो हम सारी कहानी कह देंगे !
समझे ना जो आँखों से हम जुबान से उसे कह देंगे !!