Poetry Tadka

Sad Poetry in Urdu

Sad Poetry In Urdu

اگر میں ہار جاؤں گا تو کیا تم جیت جاؤ گے؟ اگر تم جیت جاؤ گے تو لو میں ہار جاتا ہوں

?  

Sad Poetry in Urdu

Sad Poem In Urdu

مجھ پر اتنے ستم کیا نہ کرو اے زندگی مجھے رسوا نہ کرو ے

حقیقت کھلے گی کبھی نہ کبھی تو  خلاف میرے ابھی کوئی فیصلہ نہ کرو

تو نے دیکھا نہیں زندان محبت کا مزہ  خود گناہگار کہتا ہے مجھے رہا نہ کرو

دوستی کر لی اس نے زخموں سے  سو اس کے زخموں کی دوا نہ کرہ

Sad Poem in Urdu

Sad Status In Urdu

ہم نے سمیٹے سارے درد تیرے  اور تم سے بس اک ہم نہیں سنبھالے گئے 

Sad status in Urdu

Pain Broken Heart Poetry In Urdu

 

Pain broken heart poetry in Urdu

Heart Touching Sad Poetry In Urdu

Heart touching sad poetry in urdu

Dil Uske Liay

दिल उसके लिए ही मचलता है ठोकर खता है

और सभालता है किसी ने इस कदर कर लिया

दिल पर कब्जा दिल मेरा है पर उनके लिए धडकता है

Dil Tootne Par

दिल टूटने पर भी जब कोई शिकवा ना रहे 

चाहे साथ निभाने को कोई मितवा ना रहे 

जमाने भर का गम जब  हसके सहते है 

चाहत के इसी अहसास को प्यार कहते है

Khilona Jaan Kar Tum

खिलौना जान कर मेरा दिल तोड़ जाते हो 

हमे इस हाल में किसके सहारे छोड़ जाते हो

Apna Hamsfar Bnalo Mujhe

अपना हमसफर बना लो मझे 

तेरी ही साया हूँ अपना लो मुझे 

ये रात का सफर और भी हसीन हो जाएगा

तू आ मेरे सपनो में या बुला लो मुझे

Fsana Kisi Ka

आँखे ही बना देती है फसाना किसी का 

आँखे ही बना देती है दीवाना किसी का 

आँखे ही हसाती है आँखे ही रुलाती है 

आँखे ही बसा देती है घराना किसी का

Jane Kya Mujhse Zmana Chahta Hai

जाने क्या मुझसे ज़माना चाहता है

मेरा दिल तोड़कर मुझे ही हसाना चाहता है

जाने क्या बात झलकती है मेरे इस चेहरे से

हर शख्स मुझे आज़माना चाहता है

Ek Jhalak Dekhte Hi

मै तो फना हो गया उसकी एक झलक देखते ही

ना जाने रोज आईने पर क्या गुजरती होगी

ek jhalak dekhte hi

Ameer Hum Bhi Bhut The

अमीर तो हम भी बहुत थे

पर दॊलत सिर्फ दिल की थी

 खर्च भी बहुत किया ए दोस्त

पर दुनिया मे गिनती सिर्फ नोटों की हुई

ameer hum bhi bhut the

Unki Aankho Me Aansoo

सुना आज उनकी आँखों में आ गये आँसू

बच्चों को सिखा रहे थे "मोहोब्बत" एसे लिखते हैं

unki aankho me aansoo

Maar Do Jaan Se

मार दो जान से पर ऐसी सजा मत दो 

की तुम हमारे सामने रहो किसी अजनबी की तरह

maar do jaan se

Ye Bhi Accha Hai

ये भी अछा है की हम किसीको अच्छे नहीं लगते 

चलो कोई रोयेगा तो नहीं हमारे मर जाने के बाद

ye bhi accha hai

Mil Jaaega Koy Hame Bhi

मिल जायेंगा हमें भी कोई टूट के चाहने वाला

अब शहर का शहर तो बेवफा नहीं हो सकता

mil jaaega koy hame bhi

Tere Baad

तेरे बाद हम जिसके होंगेउस रिश्ते का नाम मजबूरी होगा

tere baad

Tujhe Mnaane Ke Liae

तुम हसतीं हो मुझे हसाने के लिये

तुम रोती हो मुझे रुलाने के लिये

तुम एक बार रूठ कर तो देखो

मै मर जाउंगा तुम्हे मनाने के लिये

tujhe mnaane ke liae

Bhool Jate Hai

वो पत्थर कहाँ मिलता है ऐ दोस्त जिसे लोग दिल पर रख कर एक दूसरे को भूल जाते हैं

bhool jate hai

Sadma To Hai Mujhe

सदमा तो है मुझे भी कि तुझसे जुदा हूँ मैं

लेकिन ये सोचता हूँ कि अब तेरा क्या हूँ मैं

ना जाने किस अदा से लिया तूने मेरा नाम

दुनियां समझ रही है के सब कुछ तेरा हूँ मैं

Mujhe Tadap Tadap Ke

रोकते क्यो हो जाम मे भर कर खून ऐ जिगर का पिने दो

तेरे दिऐ हूऐ जख्मो को अपने हाथो से सिने दो

तूम रहो खूश गैरो की रगीन महफिल मे जालिम

मूझे यू ही तेरी याद मे तड़प तड़प  के मरने दो

Teri Yaad Me

तेरी याद मे आसू बहा कर अपने दामन को भिगौता रहा

सर रखने के लिऐ तेरे कन्धे को ढूढता रहा

तूम्से ज्यादा वफादार तो मेरा तकिया निकला जालिम

सारी रात अपनी गोद मै मेरा सर रखकर मेरे आसूऔ को पोछता रहा

Sad Poetry In Hindi

अकेले रहे ज़िन्दगी भर अकेले

न दिल साथ आया ना ग़म साथ आये

यही रास्ते जिनकी मंज़िल नहीं थी

यही साथ थे बस यही साथ आए

Zard Hi Zard Hai

या खुदा अबके ये किस रंग में आई है बहार

ज़र्द ही ज़र्द है पेड़ों पे हरा कुछ भी नहीं

दिल भी एक जिद पे अड़ा है किसी बच्चे की तरह

या तो सब कुछ ही इसे चाहिए या कुछ भी नहीं

Beshumar Aadmi

हर तरफ़ हर जगह बेशुमार आदमी

फिर भी तनहाईयों का शिकार आदमी

सुबह से शाम तक बोझ ढोता हुआ

अपनी ही लाश का ख़ुद मज़ार आदमी

Bikhar Kyu Nahi Jata

मैं अपनी ही उलझी हुई राहों का तमाशा

जाते है जिधर सब मैं उधर क्यूँ नहीं जाता

वो नाम जो बरसों से ना चेहरा ना बदन है

वो ख्वाब नगर है तो बिखर क्यूँ नहीं जाता

Tujhe Pane Ke Liay

लडता रहा मे जिन्दगी से तूम्हे पाने के लिए

वो बहाना ढूढती रही मूझसे खफा होने के लिए

मेरा दिल मूझसे ही छूप कर रोता हे ये सोचकर जालिम

कि सिने मे जिसने पनाह दी मैनै उसके साथ

 धोखा कर धडकता रहा बेवफा के लिए

Tujhe Maloom Tha

तुम्हे मालुम था ना कि मै गरीब हुं 

फिर भी तुमने मेरी हर चीज तोड दी

tujhe maloom tha

Yaad Aaaunga

बहुत रोयेगी जिस दिन मैं याद आऊँगा और बोलेगी 

कि एक पागल था जो पागल था सिफ मेरे लिए

yaad aaaunga

Wo Itna Roay Meri Mout Par

वो इतना रोई मेरी मौत पर मुझे जगाने के लिए 

मै मरता ही क्यों अगर वो थोडा रो देती मुझे पाने के लिए 

wo itna roay meri mout par