Poetry Tadka

Romantic Shayari

Tum Agar Chaho

मुझ में बेइंतेहा मोहब्बत के सिवा कुछ भी नहीं है !
तुम अगर चाहो तो मेरी सांसों की तलासी ले लो !!

Pata Nahin

पता नही ये बादल क्यूँ भटक रहे हैं फ़िज़ा में दर-बदर !
शायद इनसे भी बात नहीं करता, इनका अपना कोई !!

Ishara Bus Dilbar

बातें हज़ारों से महफ़िल में होती है !
इशारे बस दिलबर को किये जाते हैं !!

Akela Hun

अकेला वारिस हूँ उसकी तमाम नफरतों का !
जो शख्स सारे शहर में प्यार बाटंता है !!

Meri Rooh Chhoo Lene Ke

मेरी रूह को छू लेने के लिए बस कुछ लब्ज ही काफी है !
कह दो बस इतना ही के तेरे साथ जीना अभी बाकि है !!