लोग पूछते हैं मैं क्या करता हूँ
उन्हें क्या बताऊँ..
मोहब्बत की थी अब रोज़ मरता हूँ
"क्या लिखूँ अपनी जिंदगी के बारे में
वो लोग ही बिछड़ गए
जो जिंदगी हुआ करते थे
खुद को माफ़ नहीं कर पाओगे
जिस दिन जिंदगी में हमारी कमी पाओगे
सुना है तुम ले लेती हो हर बात का बदला..
आजमाएंगे कभी तुम्हारे 💋 होठो को चूम कर
बडी अजीब मुलाकातें होती थी हमारी,
वो किसी मतलब से मिलते थे
और हमे तो सिर्फ मिलने से मतलब था