क्यों करते हो मुझसे इतनी खामूश मोहब्बत
लोग समझते है इस बद्नशीब का कोई नही है
किस किस का नाम ले अपनी बर्बादी में
बहुत लोग आए थे दुआएँ देने शादी में
यकीं करिए ख़ुद से, आशिक़ी कभी धोखा नहीँ देगी....
ये ख़ुद की शख़्सियत ही, मरने तक आपका साथ देगी
ना साथ है किसी का न सहारा है कोई
ना हम किसी के ना हमारा है कोई
जरूरते भी जरूरी है जेने के लिए लेकिन
तुझसे जरूरी तो ज़िन्दगी भी नहीं