Hindi Shayari
Dard Had Se Guzre
Pas Aakar Door Chale Jate Ho
पास आकर दूर चले जाते है
अकेले थे अकेले ही रह जाते है
इस दिल का दर्द दिखाऊ किसको
मलहम लगाने वाले ही ज़ख्म दे जाते है
Dil Ko Jlati Hai Shayari
क्या कहे बिन तेरे ये ज़िन्दगी है कैसी
दिल को जलाती है ये बेबसी है कैसी
ना कह पते है ना सह पाते है
ना जाने तकदीर में लिखी ये आशकी है कैसी
Badal Gaye Ho Tum
लोग अक्सर मुझसे कहते है की बदल गाए हो तुम
मै मुश्कुरा कर कहता हूँ टूटे हुए फूल
का रंग अक्सर बदल जाते है
Log Puchte Hai Kya Karte Ho
लोग पूछते हैं मैं क्या करता हूँ
उन्हें क्या बताऊँ..
मोहब्बत की थी अब रोज़ मरता हूँ
"क्या लिखूँ अपनी जिंदगी के बारे में
वो लोग ही बिछड़ गए
जो जिंदगी हुआ करते थे