Poetry Tadka

Mohabbat Shayari

Mohabbat Ki Chamak

उसकी आँखों में मोहब्बत की चमक आज भी है

हालांकि उसे मेरी मोहब्बत पर शक आज भी है

नाव में बैठ कर धोये थे,हाथ उसने कभी

पूरे तालाब में मेहंदी की महक आज भी है

छू तो नहीं पाया उसे प्यार से कभी

पर मेरे होठों पर उसके होठों की झलक आज भी है

हर बार पूछते हैं,हमारी चाहत का सबब

वैसी ही इश्क की ये परख आज भी है

नहीं रह पते वो भी हमारे बिना

दोनों तरफ इश्क की दहक आज भी है

Mohabbat ki chamak

Khud Se Shikwa

हसरत है सिर्फ तुम्हें पाने की !

और कोई ख्वाहिश नहीं इस दीवाने की !

शिकवा मुझे तुमसे नहीं खुदा से है !

क्या ज़रूरत थी,तुम्हें इतना खूबसूरत बनाने की !!

Khud se shikwa

Mohabbat Ko Had Se Gujar Jane Do

मोहब्बत को हद से गुजर तो जाने दो,

वो रोयेंगे जरूर हमे बिखर तो जाने दो,

अभी ज़िंदा हैं तो एहसास नहीं उनको,

रो कर पुकारेंगे हमे एक दफा मर तो जाने दो।

Mohabbat Ki Gawahi Apne

Mohabbat Ki Gawahi Apne

hone Ki Khabar Le Jaa…

Jidhar Wo Shaks Rehta Hai

Mujhe Aye Dil! Udhar Le Jaa

Teri Mohabbat Ka Payam

मेरे दिल को, तेरी मोहब्बत का पयाम, आया है 

रंगीन बहारो में, मोहब्बत का, सलाम आया है

अबके कालियों ने बहुत याद, किया है तुझको

बल्कि मौसम ने भी, पैगाम दिया है तुझको

एक दीवाने की, जुबान पर, मेरा नाम आया है 

मेरे पहलु में मचलती हुए आँखे तेरी

जिनके फंदे मैं गिरफ्तार हैं, आँखें मेरी 

बात सुलझे न उलझकर, वो मकाम आया है