हसरत है सिर्फ तुम्हें पाने की !
और कोई ख्वाहिश नहीं इस दीवाने की !
शिकवा मुझे तुमसे नहीं खुदा से है !
क्या ज़रूरत थी,तुम्हें इतना खूबसूरत बनाने की !!
from : Mohabbat Shayari