कहते है के मिल जाती है हर चीज दुआ से
एक रोज तुम्हें मांग के देखेंगे खुदा से
दुनिया भी मिली है,गमे दुनिया भी मिला है
वो क्यों नहीं मिलता जिसे माँगा था खुद से !!
दौलत हो या हुकूमत, ताक़त हो या जवनी
हर चीज़ मिटने वाली, हर चीज़ आनी-जानी
ये सब गुरुर एक दिन मिट्टी में जा मिलेगा
याद-ए-ख़ुदा किये जा, तुझ को ख़ुदा मिलेगा !!
ग़ैर लगता है न अपनों की तरह मिलता है
तू ज़माने की तरह मुझको सताता क्यूँ है
वक़्त के साथ हालात बदल जाते हैं
ये हक़ीक़त है मगर मुझको सुनाता क्यूँ है !!