अपने जीवन को बदलने के लिए आपको केवल एक ही
आदमी की जरूरत पड़ती है वह आदमी आप खुद है !!
हीरो को परखना है तो अंधेरों का इंतजार करो !
धुप में तो काँच के टुकड़े भी चमकने लगते है !!
ठोकर खा कर ना संभले तो मुसाफिर का नशीब
वरना पत्थरो ने तो अपना फर्ज निभा ही दिया !!
एस तरीके से काम करिए की आपके काम
के जरिए कोई ना कोई बदलाव जरूर आएगा
और आप देखेंगे की बदलाव आकर ही रहे गा !!