Poetry Tadka

Love Shayari

Tera Chehra

तेरा चेहरा सुब्ह का तारा लगता है !

सुब्ह का तारा कितना प्यारा लगता है !

तुम से मिल कर इमली मीठी लगती है !

तुम से बिछड़ कर शहद भी खारा लगता है !

रात हमारे साथ तू जागा करता है !

चाँद बता तू कौन हमारा लगता है !

किस को खबर ये कितनी कयामत ढाता है !

ये लड़का जो इतना बेचारा लगता है !

तितली चमन में फूल से लिपटी रहती है !!

फिर भी चमन में फूल कँवारा लगता है;

'कैफ' वो कल का 'कैफ' कहाँ है आज मियाँ;
ये तो कोई वक्त का मारा लगता है।

Meri Zaroorat Tum Ho

मेरी जरूरत और ख्यायिस दोनों तूम हो और अगर रब की कभी मेहरबानी हुई तो कोई एक तो पूरी होगी !!

Meri Zaroorat tum ho

Dil Todne Walo Se Bhi Pyar Hota Hai

कभी कोई अपना अनजान हो जाता है !
कभी अनजान से प्यार हो जाता है !
ये जरुरी नही कि जो ख़ुशी दे उसी से प्यार हो !
दिल तोड़ने वालो से भी प्यार हो जाता है !!

Tere Baad

तेरे बाद हमने दिल का दरवाजा खोला ही नही..
वरना बहुत से चाँद आए इस घर को सजाने के लिए

Pyar To Achanak Ho Jata Hai

प्यार तो अचानक से हो जाता है !
जो इरादे से हो उसे तो सेटिंग कहते है !! pyar to achanak ho jata hai