आप धडकते हैं मेरे सीने में.
मै रंगत हूँ तेरे चेहरे की,
तू जितना खुश होगा मै निखरती जाऊँगी.
कुछ पल लग के गले उसके,
सदियों का सुकून मिलता है.
औरत सिर्फ दो ज़ज़्बों की तलबग़ार होती है,
इज़्ज़त और मोहब्बत इससे ज़्यादह उसकी कोई ख्वाहिश नहीं.
तुम्हारी खुशनुमा आँखों पे वारूँ खुदको,
तुम्हारी दिलनशी बातों को मेरी उम्र लग जाये.
आज तुम्हारे लबों की नीयत करके,
एक खूबसूरत गुलाब चूमा हमने.
जब दिल किसी पे ठहर जाये
तो जेहन किसी और को कुबूल नहीं करता.
हम तुझपे अपनी जान लुटा देंगे,
तुम हमसे हम जैसी मोहब्बत करके तो देख.
भरोसा, दुआ, वफ़ा, ख्वाब, मोहब्बत,
कितने नामों में सिमटे हो, सिर्फ एक तुम।
सुना है बहुत शौक़ है आपको हुक्मरानी का,
ये दिल सल्तनत है आपकी बस राज़ कीजिये।
वो लोग कितने खुशनसीब होंगे,
जो तुम्हे रोज देखते होंगे.
मेरी ज़िन्दगी नहीं मेरी जान हो तुम,
ख़ास नहीं बहुत खास हो तुम.
तेरी चाहत का इतना हिस्सा है मेरे वजूद में
तुझे खुद से निकलूं तो बाक़ी कुछ नहीं बचता
अधूरी बात है लेकिन मेरा कहना जरूरी है
मेरी सांस चलने तक, तेरा होना ज़रूरी है
हो तुम भी पूरे चाँद की तरह
"नूर" भी उतना, "गूरूर" भी उतना...
मुझसे "दूर" भी उतना !!!
इश्क़ ही इश्क़ है जहाँ देखो
सारे आलम में भर रहा है इश्क़
वो जो महफ़िलों के मुर्शिद थे
आज तेरे इश्क़ के मुरीद कहलाये
प्यार में झुकना कोई बड़ी बात नहीं
आखिर सूरज भी तोह डूबता है चाँद के लिए.