आईने भी तुम्हें तुम्हारी खबर ना दे सकेंगे,
आओ देखो मेरी आँखों में कितने हसीन हो तुम।
उठ-उठ कर देखेंगे लोग,
हम बैठ जायें अगर बराबर मैं तुम्हारे।
हसरत दीदार भी क्या चीज़ है साहब,
वो सामने हो तो मुसलसल देखा नहीं जाता।
लोग सूरत पे मरते है जनाब
मुझे तो आपकी आवाज़ से भी इश्क़ है
from : Love Shayari