क्या खूब मजबूरिया थी मेरी भी
अपनी खुशी को छोड़ दिया
उसे खुश देखने के लिए
नही छोड़ी कमी किसी भी
रिश्ते को निभाने में मैंने कभी...
आने वाले को दिल का रास्ता भी दिया
और जाने वाले को रब का वास्ता भी दिया
मुझे उसकी ये नादान अदा खूब भाती हैं,
नाराज़ मुझसे होती हैं और गुस्सा सबको दिखाती हैं