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Friendship Shayari

sirf shayari

सिर्फ शायरी पढने का रिश्ता ना रखो

कभी खैरियत भी तो पूछ कर देखो

sirf shayari

dosti karo

दोस्ती करो तो हमेशा मुस्कुराके 

किसी को धोखा ना दो अपना बना के 

कार्लो याद जबतक हम जिन्दा है 

फिर ना कहना चले गाए दिल में यादे बसा के 

dosti karo

wo roye to bahut

वो रोए तो बहुत.. पर मुहं मोड़कर रोए..

कोई तो मजबूरी होगी.. जो दिल तोड़कर रोए..

मेरे सामने कर दिए मेरी तस्वीर के टुकडे़...

पता चला मेरे पीछे वो उन्हें जोड़कर रोए

 

wo roye to bahut

meri har baat smajh jate ho

मेरी हर बात समझ जातें हो तुम,

फिर भी क्युँ मुझे सताते हो तुम

तुम बिन कोई और नहीं मेरा,

शायद इसी बात का फ़ायदा उठाते हो तुम

meri har baat smajh jate ho

kya khoob

क्या खूब मजबूरिया थी मेरी भी

अपनी खुशी को छोड़ दिया

उसे खुश देखने के लिए

kya khoob

rab ka wasta

नही छोड़ी कमी किसी भी

रिश्ते को निभाने में मैंने कभी...

आने वाले को दिल का रास्ता भी दिया

और जाने वाले को रब का वास्ता भी दिया