dosti karo
दोस्ती करो तो हमेशा मुस्कुराके
किसी को धोखा ना दो अपना बना के
कार्लो याद जबतक हम जिन्दा है
फिर ना कहना चले गाए दिल में यादे बसा के

wo roye to bahut
वो रोए तो बहुत.. पर मुहं मोड़कर रोए..
कोई तो मजबूरी होगी.. जो दिल तोड़कर रोए..
मेरे सामने कर दिए मेरी तस्वीर के टुकडे़...
पता चला मेरे पीछे वो उन्हें जोड़कर रोए

meri har baat smajh jate ho
मेरी हर बात समझ जातें हो तुम,
फिर भी क्युँ मुझे सताते हो तुम
तुम बिन कोई और नहीं मेरा,
शायद इसी बात का फ़ायदा उठाते हो तुम

rab ka wasta
नही छोड़ी कमी किसी भी
रिश्ते को निभाने में मैंने कभी...
आने वाले को दिल का रास्ता भी दिया
और जाने वाले को रब का वास्ता भी दिया