Poetry Tadka

Dard Bhari Shayari

Wahi Bhool Gaye

अब कोई मुझको दिलाये न मोहब्बत का यक़ीन !
जो मुझे भूल न सकते थे वही भूल गए !!

Wo Sab Ilzaam

वो सब इलज़ाम मेरे नाम करके, बिछड़ने का बहन चाहते हैं !!

Kuch Log Sahab

कुछ लोग मुझे अपना कहा करते थे साहब !
सच में वो लोग सिर्फ कहा करते थे !!

Tanha Ka Maja

तन्हाइयों का एक अलग हे मजा है !
इसमें डर नहीं होता किसी छोड़ जाने का !!

Tanha Ka Maja

Hum Naadan

हमारे बगैर भी आबाद हैं उनकी महफ़िलें !
हम नादान समझते थे की ये रौनकें हमसे हैं !!