Poetry Tadka

Dard Bhari Shayari

Bewfaao Ki Is Duniya Me

बेवाफायों की इस दुनियां में संभलकर चलना मेरे दोस्तों !
यहाँ बर्बाद करने के लिए, मुहब्बत का भी सहारा लेते हैं लोग !!

Ab Tujhe Roz Naa

अब तुझे रोज़ ना सोचें तो तड़प उठते हैं हम !
एक उम्र हो गयी है तेरी याद का नशा करते करते !!

Na Jane Kaisi Dillagi Thi

टूटे हुए दिल ने भी उसके लिए दुआ मांगी !
मेरी साँसों ने हर पल उसकी ख़ुशी मांगी !
न जाने कैसी दिल्लगी थी उस बेवफा से !
के मैंने आखिरी ख्वाहिश में भी उसकी वफ़ा मांगी !!

Mere Hi Lhoo Se

डूबी है मेरी अंगुलियां मेरे ही लहू में !
उन कांच के टुकड़ों पे भरोसा करनें की सजा हैं !!

mere hi lhoo se

Fir Bhi Pyasha Rha

बिखरती रही जिंदगी बून्द-दर-बून्द !
मगर इश्क़ फिर भी प्यासा रहा !!