Poetry Tadka

Yaad Shayari

Yaad Me Nasha Karta Hoon

याद में नशा करता हूँ और नशे में याद करता हूँ !!

 
 

Intzaar

उस शख्स का इन्तजार मुझे उम्रभर रहा !

जो दो कदम साथ चलकर छोड़ गया मुझे !!

Teri Yaad

अजब जुल्म करती हैं तेरी यादें मुझ पर..

सो जाऊँ तो उठा देती हैं जाग जाऊँ तो रुला देती हैं !!

Mujhe Yaad Karne Ki

कैसा वक्त है कि उसे फुर्सत ही नहीं मुझे याद करने की

कभी वो शख्श और मै एक ही साँस से जिया करते थे

Yaad Wahi Aate Hain

आरजू होनी चाहिए किसी को यद् करने की...!!
लम्हे तो अपने आप ही मिल जाते हैं,
कौन पूछता है पिंजरे में बंद परिंदे को,
याद वही आते हैं जो उड़ जाते हैं....!!