ab shikayte tum se nahi
अब शिकायते तुमसे नहीं खुद से है माना की सारे झूठ तेरे थे लेकिन उनपर यकीन तो मेरा था !!

aansu bhi moti bankar
जख्म जब मेरे सीने में भर जाएंगे
आँसू भी मोती बनकर बिखर जाएंगे
ये मत पूछना किस किस ने धोखा दिया
वरना कुछ अपनों के चेहरे उतर जाएंगे !!

Aahishta chal
आहिस्ता चल ऐ ज़िंदगी
कुछ क़र्ज़ चुकाने बाकी हैं,
कुछ दर्द मिटाने बाकी हैं
कुछ फ़र्ज़ निभाने बाकी हैं।

kisi ki tareef karne me
kisi Ki Tareef Karne Me Jegar Chahiae Burai To Bin A Hunar Ke Kisi Ki Bhi Ki Ja Sakti Hai !!

zindagi kaise beetrhi hai
बहुत रोयी होगी वो खाली कागज देख कर
खत में उसने पुछा था ज़िंदगी कैसी बीत रही है
