यकनीन उसने मूझे दिलो जान से प्यार किया होगा
दूनिया की इस भीड मे उसकी आखो ने मेरा इन्तजार किया होगा
रूकी नही हिजकिया मेरी दोस्तो
यकीनन उसने दिल से मूझे याद किया होगा
मां ने सिखाया बांट कर खाना
बेटो ने मां को ही बांट लिया
काश इंसान भी नोटों की
तरह होते,
रोशनी की तरफ करके
देख लेते,
असली है.....या....नकली...
दुःख को दूर करने का उपाय यही है कि कामना को निरंतर संयमित और कम किया जाए। वास्तविक सुख तब तक नहीं मिल सकता, जब तक कि व्यक्ति कामना से स्वतंत्र न हो जाए अर्थात् अनासक्त भावना से संसार के सब कार्य न करने लगे !!
लोग कहते हैं कि इन्सान अपनी किस्मत खुद लिखता है
अगर ये सच है तो.अपनी किस्मत में दर्द कौन लिखता है !!