1 वो जो मौका आने पर साथ छोड़ जाते है और
दूसरे वो जो साथ देने के लिए मौका ढूंढते है
न यूँ सँवारिये ज़ुल्फों को, जतन से अपनी
अभी हवाओं के , झोंके भी घर से निकलेंगे
उदासी तुम पे बीतेगी तो तुम भी जान जाओगे
कि, कितना दर्द होता है नज़र अंदाज़ करने से।
रिश्ते खराब होने की एक वजह ये भी है,
कि लोग झुकना पसंद नहीं करते..!!
जो उड गये परिंदे उनका क्या अफसोस करें
यहां तो पाले हुए भी गैरों की छतों पर उतरते हैं
मोहब्बत हाथ में पहनी गयी चूड़ी की तरह होती है
खनकती है, संवरती है और आखिर टूट जाती है
मुझे ऊंचाइयों पर देखकर हैरान है बहुत लोग,
पर किसी ने मेरे पैरो के छाले नहीं देखे,
तुझे देखा तो फिर उसको ना देखा
चाँद चीख़ता रहा मैं चाँद हूँ मै चाँद हूँ
मत पूछ कैसे गुज़र रही है ज़िन्दगी;
उस दौर से गुज़र रहा हूँ जो गुज़रता ही नहीं।