Poetry Tadka

Bio Shayari

Sah Nahi Paae

बहुत बिखरा बहुत टूटा मगर सह नहीं पाए 

हवाओं के इशारो पे मगर हम बह नहीं पाए 

अधुरा अनसुना ही रह गया प्यार का किस्सा 

कभी तुम सुन नहीं पाए कभी हम कह नहीं पाए 

Aansu Ko Palko Tak Laya Naa Karo

आंसू को पलकों तक लाया मत करो 

दिल की बात किसी को बताया मत करो 

लोग मुट्ठी में नमक लिए फिरते है 

अपनी जख्म उन्हें दिखाया मत करो 

 

Kahne Wae Kuch Bhi Kah Jate Hai

कहने वालो का कुछ नहीं जाता 

सहने वाले कमल करते है 

कौन दुढ़े जवाब दर्दो का 

लोग तो बस सवाल करते जाते है 

Ek To Ye Raat Uspe Ye Barsat

एक तो ये रात उसपर ये बरसात 

एक तो साथ नहीं तेरा उस पर दर्द बेहिसाब 

कितनी अजीब सी बात मेरे ही बसमे नहीं मेरे हालात 

Ahsan Shayari

तकदीर लिखने वाले एक एहसान करदे,

मेरे दोस्त की तकदीर मे एक और मुस्कान लिख दे,

न मिले कभी जख्म उनको,

तू चाहे तो उसकी किस्मत मे मेरी जान लिख दे।