हम भी है कुछ अधूरे से तेरे बिना !
इतना की अलफ़ाज़ में नही बोल सकते !
बिना बोले समझ जाती है तू मुझे !
इसी सुकून से जी रहा हु आज भी यहा !!
दिल के टूटने से नही होती है आवाज़ !
आंसू के बहने का नही होता है अंदाज़ !
गम का कभी भी हो सकता है आगाज़ !
और दर्द के होने का तो बस होता है एहसास !!