Poetry Tadka

Zakhmi Dil Shayari

Dil Lagta Nahi Tha Tumhare Bina

एक दौर था दिल लगता नही था तुम्हारे बिना !
रस्म नही अपनी यादो को मिटाने के लिये आ !
जख्मो को किताबो के पन्ने मे सजा के रखा है !
वही जख्मो की किताब को जलाने के लिये आ !!

Har Mulaqat Par Waqt Ka Tkaza Huaa

हर मुलाकात पर वक्त का तकाज़ा हुआ !
हर याद पे दिल का दर्द ताजा हुआ !
सुनी थी सिर्फ हमने गज़लों मे जुदाई की बातें !
अब खुद पे बीती तो हकीकत का अंदाजा हुआ !!

Agar Ruk Jaae Meri Dhadkan

अगर रुक जाये मेरी धड़कन तो इसे "मौत" मत समझना !
अक्सर होता है मेरे साथ,हमेसा तेरी याद आने के बाद !!

Aaj Itna Zahar Pilado

आज इतना जहर पिला दो कि सांस तक रुक जाए मेरी !
सुना है कि सांस रुक जाए तो रूठे हुये भी देखने आते है !!

Uske Jane Ke Baad

उसके_जाने_के_बाद_भी_अकेला_नहीं_हूँ_मैं !
बेबसी_उदासी_इंतज़ार_ना_जाने_क्या_क्या_है_मेरे_पास !!