आज खुदा से पूछून्गा मेरा चेहरा उदास क्यों है
जिसके पास मेरे लिए वक्त नहीं है वही मेरे लिए खास क्यों है !
सभाल कर रख्खी है तेरी यादे
जैसे बच्चपन की ईद हो मेरी !!
मुझे खामोश देखकर इतना हैरान क्यों होते हो
दोस्तों कुछ नहीं हुआ है
बस भरोसा कर के धोखा खाया है