Jhooth Shayari
Kitna Jhooth
अरे कितना झुठ बोलते हो तुम
खुश हो और कह रहे हो मोहब्बत भी की है !!
Arey Kitna Jhoot Bolte Ho Tum,
Khush Ho Aur Kah Rahe Ho Mohabbat Bhi Ki Hai.
Jhooth Bolta Koun Hai
Pyar Me Kisi Jhootha Izhaar
प्यार में किसी से झूठा इजहार नहीं करना!
जा यहाँ से तुझ से अब प्यार नहीं करना,!!
खोया रहता था दिन रात तेरी याद में!
चली जा अब तेरा इंतज़ार नहीं करना,!!
खो दिया मेने सब कुछ तेरी मोहब्बत में !
जा बेबफा अब तेरा एतबार नहीं करना!!
देख लिया खुद को बर्बाद करके हमने !
तू किसी से अब प्यार की फरयाद नहीं करना!!
मुझे तो प्यार से लुट लिया है तू ने !
किसी और को मेरी तरह बर्बाद नहीं करना!!
Satya Aur Jhooth
सत्य वह दौलत है जिसे पहले खर्च करो
और जिंदगी भर आनंद पाओ
झूठ वह कर्ज है जिससे
क्षणिक सुःख पाओ
पर जिंदगी भर चुकाते रहो ।
Satya Wo Daulat Hai Jisey Pahle Kharch Karo
Aur Zindagi Bhar Labh Pao.
Jhhot Wo Karz Hai Jis-sey
Thore Samy Sukh Milta Hai
Lekin Zindagi Bhar Chukaana Padta Hai.
Khuda Maf Kre Itna Jhooth Bolne Ke Baad
मोहब्बत करली तुमसे बहुत सोचने के बाद
अब किसी को देखना नहीं तुमहे देखने के बाद
खुदा माफ करे इतना झूठ बोलने के बाद
Mohabbat Karli Tumse Bhut Sochne Ke Baad
Ab Kisi Ko Dekhna Nahi Tum Ko Dekhne Ke Bad
Khuda Maf Kre Itna Jhooth Bolne Ke Baad