ना चाहत है ना मोहब्बत है ना इश्क है ना वफा
जो कुछ भी था मेरे पास वो सब तुमको दे दिया
तेरी दिल फरेब अदाए मेरी जान ले सकती है
अपना अंदाजे नज़र बदलो मेरी ज़िन्दगी का सवाल है
ना कर मुहताज किसी का मुझे जमाने में
कमी है कोन सी यारब तेरे खजाने में
यूँ वफा के सिलसले हमेशा ना रख किसी से
लोग एक खता के बदले सारी वफाए भूल जाते है