रंगों में घुली लड़की क्या लाल गुलाबी है,जो देखता है कहता है क्या माल गुलाबी है ! पिछले बरस तूने जो भिगोया था होली में, अब तक निशानी का वो रुमाल गुलाबी है !!
त्यौहार ये रंग का त्यौहार ये भंग का मस्ती में मस्त हो जाओ आज होली है आई होली में दुगना मज़ा है यार के संग का !!
होली आयी रंगों की बहार लाई. रंग से बचने सब खेले आँख मिचोली. कोई हम से बच न पायेगा ये है रंग बी रंगों की होली !!
राधा का रंग और कान्हा की पिचकारी !
प्यार के रंग से रंग दो दुनियाँ सारी !
यह रंग ना जाने कोई जात ना कोई बोली !
मुबारक हो आपको रंगों भरी होली !!