मीठे बोल बोलिए क्युकी अल्फाजो में जान होती है इन्ही से आरती और अजान होती है-ये दिल के समुंदर के वो मोती है जिनसे इन्सान की पहचान होती है !!
गलत नहीं होता अंदाज-ऐ -चेहरा क्युकी कुछ लोग जैसे दिखते है वैसे होते नहीं लफ्जो में मिठास चेहरे पे नकाब लिए फिरते है खुद के खाते बिगड़े है फिर भी दुसरो का हिसाब लिए फिरते है !!